Source: safalta
National Legal Services Day, राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस कब और क्यों मनाया जाता है, जाने विस्तार से
National Legal Services Day : हर साल 9 नवंबर को कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के अधिनियमन के उपलक्ष में सभी कानूनी सेवा प्राधिकरण द्वारा हर साल राष्ट्रीय कानूनी सेवा दिवस मनाया जाता है। कानूनी सेवा प्राधिकरण अधिनियम और वादियों के अधिकार के अंतर्गत विभिन्न प्रावधानों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन को मनाया जाता है।
EWS Reservation, 5 जजों की बेंच ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण पर क्या फैसला लिया है
EWS Reservation : आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को 10 परसेंट आरक्षण देना सही है, सुप्रीम कोर्ट ने अब केंद्र सरकार के इस फैसले पर मुहर लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट में 5 जजों की बेंच ने 3-2 से 10 परसेंट आरक्षण का सपोर्ट किया है। इस केस में चीफ जस्टिस उदय उमेश ललित, जस्टिस दिनेश माहेश्वरी, जस्टिस एस. रविंद्र भट, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस जेबी पारदीवाला की बेंच ने यह फैसला सुनाया है। जस्टिस माहेश्वरी, जस्टिस त्रिवेदी और जस्टिस पारदीवाला ने आरक्षण का समर्थन किया है। वहीं जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस रविंद्र भट इसके खिलाफ हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी की सरकार ने जनरल कैटेगरी के लोगों को आर्थिक आधार पर 10 परसेंट आरक्षण देने के लिए संविधान में 103 वां संशोधन अमेंड किया था, लेकिन इसमें सुप्रीम कोर्ट में 40 से ज्यादा याचिकाएं दायर हुई थी इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 27 सितंबर को अपना फैसला सुरक्षित किया था।
                                                                                                                                            
                                                                                                                                            
Uttarakhand Foundation Day, उत्तराखंड का स्थापना दिवस कब मनाया जाता है
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                
                                                                                                                                            
इतिहास में 9 नवंबर की तारीख उत्तराखंड के स्थापना दिवस के रूप में दर्ज है। उत्तराखंड की मांग को लेकर सालों से चल रहे आंदोलन के बाद 9 नवंबर साल 2000 को उत्तराखंड को 27 में राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया था। साल 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका उत्तरांचल नाम बदलकर उत्तराखंड रखा गया।
Vaidik Ghadi, वैदिक घड़ी क्या है जिसका निर्माण उज्जैन में किया जा रहा है
                                                                                                                                            
                                                                                                                                            
विश्व की पहली वैदिक घड़ी काल गणना के केंद्र माने गए हैं, मध्यप्रदेश में उज्जैन के जंतर मंतर यानी जीवाजी वेधशाला में अगले साल 22 मार्च गुड़ी पड़वा यानी नव संवत्सरारंभ के अवसर पर लगाई जाएगी। जिस टावर पर वैदिक घड़ी लगाई जाएगी उसके निर्माण कार्य का भूमि पूजन मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव और महापौर मुकेश टटवाल द्वारा किया गया है। इस टॉवर का निर्माण एक करोड़ 58 लाख रुपए में किया जाएगा। यह घड़ी वैदिक काल गणना के सिद्धांतों पर होगी, यह प्रतिदिन देश विदेश में अलग-अलग समय पर होने वाले सूर्योदय को भी सिंक्रोनाइज करेगी। इस वैदिक घड़ी के एप्लीकेशन में विक्रम पंचांग भी होंगे, जो सूर्योदय से सूर्यास्त की जानकारी के साथ ग्रह योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र चौघड़िया, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाएगा। वैदिक घड़ी ऐप के माध्यम से मोबाइल, पीसी और एन्य डिजिटल डिवाइस पर यह देखी जा सकती है। घड़ी के बैकग्राउंड ग्राफिक्स में सभी ज्योतिर्लिंग, ग्रह, राशि चक्र होंगे।